How to child keep healthy with yoga? योग से स्वस्थ कैसे रहे ?

How to child keep healthy with yoga? 

1. How to improve health by yoga !

                                         

                 How to improve health by yoga !




योग न करने की कोई उम्र नहीं होती । हर उम्र में यह फायदेमंद है । अगर बच्चो को हो, तो उनके लिए भी योग अच्छा ही नहीं, बल्कि जरूरी भी है । हमे लगता है कि बच्चो का जीवन बहुत आसान होता है, जबकि वो भी रोजाना कई तरह के दबाव झेलते है । खेलकूद उनके तनाव को कम करता है, मगर योग उन्हें अंदर से शांत करता है । साथ ही सिखाता है कि तनावपूर्ण स्थितियों को किस तरह संभाला जाए ।
हर उम्र के बच्चे के लिए योग फायदेमंद है । खासतौर पर मानसिक और शारीरिक तौर पर असक्षम बच्चो में इसका बहुत ज्यादा असर देखने को मिला है । कोलंबिया विश्वविद्यालय के एक अधयन में सामने आया कि योग करने से एडीएचडी रोग से ग्रसित 6 से 11 साल के बच्चों में से 90 प्रतिशत का अकादमिक प्रदर्शन सुधरा ।


शोधकर्ताओं का मानना है कि योग डोपामाइन नाम के दिमागी रसायन को उत्प्रेरिक करता है, जो एकाग्रता, सक्रियता और सीखने में मददत करता है ।

एडीएचडी में ग्रसित बच्चों में इसकी कमी पाई जाती है । इस कमी के कारण उनहें सीखने और किसी काम में मन लगाने में परेशानी होती है ।

योग ऑप्टिज्म से पीड़ित बच्चों के स्कूली प्रदर्शन को सुधारने में भी मदद कर सकता है । ऐसा अमेरिकन जर्नल ऑफ एक्यूपंक्चर थैरेपी के एक अध्ययन का कहना है । अभिभावकों का भी मानना है कि उनके बच्चों का योग से फायदा होता है ।

बचचो ने भी अपने अभिभावकों और शिक्षकों को बताया कि योग करने से उनहें अब किसी भी काम में ध्यान लगाने में आसानी होती है । योग पूरे शरीर को मजबूती देता है, इससे भावनात्मक संतुलन भी बना रहता है । बच्चो के आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान में वृद्धि होती है ।

योग कैसे करे ।

1. प्रथम क्रिया 

                                           


जमीन पर बैठ जाए । दोनो पाव पूरा खोले । इसके बाद दोनो हाथ पीछे की और मीन पर रखें । नाक से श्वास लेते हुए चेस्ट फुलाये और सांस छोड़ते हुए पेट अंदर खीचें । पेल्विक की बाएं-दाएं जमीन पर रगडें । ऐसा 5-7 बार सांस लेते छोडते हुएं करे ।

2. दितिया क्रिया 

                                                     

त्रिचानुसार लेटकर एक पैर की ऊपर उठाकर हवा मै गोल-गोल घुमाएं । इसके बाद दूसरे पैर को घुमाएं । ऐसा करते समय गहरी सांस लें और छोडे । यह क्रिया रोजाना पांच-सात बार कर सकते है ।

3. तृतीय क्रिया 

                                                 

त्रिचानुसार लेकर सांस भरते हुए एक पैर उठाते हुए विपरीत दिशा में सांस छोडते हुए जमीन पर रखने की कोशिश करें । फिर दूसरे पैर से इसी क्रिया को दोहराएं । ऐसा करते समय हथेलियों को आकाश की और खुली रखें । कोशिश करे तीन से पांच बार सांस लेने और छोड़ते हुए एक ही स्थिति में रहें, हिले नही ।

4. चतुर्थ क्रिया 

                                                               

त्रिचानुसार लेटकर दोनों हाथों की और सिर के नीचे रखें । दोनों घुटनों व टखनों को मोडतें हुए साईकिल की तरह ऊपर-नीचे घुमाएं । ध्यान केंद्रित रखें । इस दौरान लगातार गहरी सांस लेते रहें । ऐसा करीब दो मिनट तक करते रहे ।

5. पंचम क्रिया 

                                                         

लेटकर दोनों हाथों की मदद से कमर ऊपर की और ऊठाएं । दोनों पैरो पर वजन बढेगा, इसलिए पैरो को संतुलित रखें । नाक से सांस लें और मुंह से छोड़े । इस अवस्था में कितनी देर आराम से रह सकते हो । इसके बाद धीरे-धीरे कमर को जमीन पर लाएं ।


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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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